अकेलापन
1
अकेला पाखी
तरु को छोड़ कर
प्रवासी हुआ l
2
दीप अकेला
अंधकार बुहार
जलता रहा
3
उम्र की संध्या
सूरज की तरह
डूबती गयी l
4
गिरते पत्ते
हवा संग घूमते
तरु अकेला l
5
रुक के देखे
अकेला सा बुजुर्ग
डूबता सूर्य l
5
उदास मन
अकेलापन ओढ़े
डूबता गया l
6
बिछडे पात
तरु अकेला झेले
यह आघात l
7
जीवन साँझ
हिरणी सी दौड़ती
सूरज पीतीl
8
सूने दालान
घेरता अकेलापन
डूबता मन l
9
साथी ढूँढता
जीवन सफर में
अकेला मन l
10
शाम का तारा
अकेलापन हमें
लगता प्यारा l
11
दूर तलक
हाथ थाम साथिया
अकेला मन l
12
आज का दौर
मेरा अकेलापन
मिट्टी सा मन l
डॉ सरस्वती माथुर
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