मंगलवार, 2 दिसंबर 2014

तांका ... "ईद का चाँद!"

"ईद का चाँद!"

चाँद  निकला 

नभ टहनी पर

नूर ले आया

तारों जड़ी चांदनी

दुल्हन बन गयी

२ 

 चाँदनी संग

ईद का चाँद आया

दीदार कर

जन - संग बोलते

ईद मुबारक


सजा था चाँद

चांदनी मेहँदी में

थी दुल्हन सी

नभ तारे ले रहें

चाँद से ईद इदी


ईद का चाँद

दिख गया नभ में

सभी के मन

एक दूजे से मिले

ईद बधाई देते !


मन मिलाओ

ईद पे मिल सभी

सन्देश देना

हम भारतवासी 

पंछी एक डाल के !

डॉ सरस्वती माथुर

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