मंगलवार, 2 दिसंबर 2014

हाइकु ...." मन के शब्द !"

हाइकु
1
प्रेम का सिक्का
 घर पर खो गया
 बुजुर्ग ढूंढे
 2
 गिरते पत्ते
 हवा संग घूमते
तरु अकेला
 3
 धरा के पास
आई पाहुन बनकर
 बूँद ओस की
 4
मन होता है
 एक खुली किताब
 पढ़ते जाओ
5
उड़ती फिरे
सुबह  की चिड़िया
पंख पसारेl
6
मन के शब्द
जीवन कागज पे
 लिखे मिटाए l
7
पुराने घर
 झर झर गिरते
 रूहें हैं रोती
8
 भोर के रंग
 किरणों की चिड़ियाँ
 धरा पे लायी
 9
दिल झरोखा
यादें आई -बैठीं तो
 महका मन
 10
मन फूलों पे
 खुशबू सी चिट्ठियाँ
 महकी सांसें
 डॉ सरस्वती माथुर

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