सोमवार, 26 अक्तूबर 2015

हाइकु धूप के फूल ----26.10.15

हाइकु ...
1.
धार सी काटे
बर्फीली हवाएँ तो
मन ठिठुरे l
2
 सूरज आया
कोहरे ने कंबल
तब हटाया l
3
मौन हवाएँ
ठिठुरे मौसम में
नींद उड़ाएँ l
4
धूप की डोर
सूरज पतंग से
टूटी तो छूटी l
5.
ऋतु सर्दी की
हिम पर्वत पर
हवा जलाए l
6
ऋतु सर्दी की
हिम पर्वत पर
धूप धुएँ सी l
7.
सूर्य अलाव
हिम पर्वत पर
धूप धुएँ सी l
8
सर्द हवाएँ
ज्वाला सी दहकी तो
नींद ना आयी l
9
जाड़े की भोर
फूलों पर अटकी
धूप की डोर l
10
सर्द सुबह
धूप के फूलों पर  
तितली सी उडी
डॉ सरस्वती माथुर

 

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