नववर्ष उल्लास लाया
नववर्ष नव मंगल छाया
हिम के श्वेत छौनों ने
धरती पर घर बनाया
कोहरे ने आँचल फैलाया
धूप को नकाब ओढाया
सूरज धुंध से लिपटा
पुराना वर्ष सठियाया
नववर्ष नव रंग लाया
नववर्ष का दीप सिराया l
डॉ सरस्वती माथुर
2
सेदोका
*
नयापन ले
नववर्ष है आया
नवचिंतन लाया
मौसम ने भी
शीतल रस सोख
चन्दन बरसाया l
*तांका
नववर्ष का
करो अभिनंदन
चेतना भर
जला प्रेम का दीप
करो फिर वंदन l
नववर्ष नव मंगल छाया
हिम के श्वेत छौनों ने
धरती पर घर बनाया
कोहरे ने आँचल फैलाया
धूप को नकाब ओढाया
सूरज धुंध से लिपटा
पुराना वर्ष सठियाया
नववर्ष नव रंग लाया
नववर्ष का दीप सिराया l
डॉ सरस्वती माथुर
2
सेदोका
*
नयापन ले
नववर्ष है आया
नवचिंतन लाया
मौसम ने भी
शीतल रस सोख
चन्दन बरसाया l
*तांका
नववर्ष का
करो अभिनंदन
चेतना भर
जला प्रेम का दीप
करो फिर वंदन l
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