हिन्दी हाइकु में प्रकाशित मेरे हाइकु
15.2.13
3-डॉ सरस्वती माथुर
1
चहके पाखी
महके सुमनो पे
बसंत आया ।
2
फूलों पे घूमे
रंगीली तितलियाँ
मधु बटोरे ।
3
धरा पे आया
ऋतुराज बसंत
महका मन ।
हिन्दी हाइकु में प्रकाशित मेरे हाइकु
5.2.15
15.2.13
3-डॉ सरस्वती माथुर
1
चहके पाखी
महके सुमनो पे
बसंत आया ।
2
फूलों पे घूमे
रंगीली तितलियाँ
मधु बटोरे ।
3
धरा पे आया
ऋतुराज बसंत
महका मन ।
हिन्दी हाइकु में प्रकाशित मेरे हाइकु
5.2.15
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